शौर्य के प्रदर्शन के साथ युवाओं को भारतीय सैन्य बल का हिस्सा बनने के लिए आकर्षित करना भी डिफेंस एक्सपो का लक्ष्य है। भारतीय वायु सेना के पंडाल में ऐसा ही नजारा दिखता है। डिफेंस एक्सपो में गेट नंबर चार से घुसते ही बाएं हाथ पर वायु सेना का पंडाल है। एक्सपो के दूसरे दिन यहां युवाओं की भारी भीड़ उमड़ी। मिग-21 के सामने सेल्फी लेने के बाद युवा हेलीकॉप्टर और चिनूक के मॉडल देखकर उत्साहित हुए। वहीं, फाइटर प्लेन उड़ाने का अनुभव देने वाले सिमुलेटर का मजा लेने के लिए लंबी लाइन लगी थी। फाइटर पाइलट की यूनिफार्म भी सभी को आकर्षित कर रही है।
वायु सेना के पंडाल में एक काउंसलिंग कक्ष बना है। इसमें वायु सेना अधिकारी विंग कमांडर उमर आजमी और तीन अन्य अधिकारी युवाओं की काउंसलिंग कर रहे हैं। विंग कमांडर काजमी ने बताया कि डिफेंस एक्सपो के उद्घाटन के बाद काफी संख्या में युवा वायु सेना में भर्ती के बाबत जानकारी लेने आ रहे हैं। उन्हें भारतीय वायु सेना के इतिहास की जानकारी दी जा रही है। यह भी बताया जा रहा है कि वह कैसे वायु सेना का हिस्सा बन सकते हैं। विंग कमांडर उमर आजमी ने बताया कि नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए), एनसीसी के माध्यम से विशेष एंट्री, शॉट सर्विस कमीशन, ग्राउंड ड्यूटी टेक्निकल ब्रांच, एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग, एडमिनिस्ट्रेशन एंड लॉजिस्टक ब्रांच, अकाउंट ब्रांच, एजुकेशन ब्रांच और मेटरोलॉजी ब्रांच को चुनकर वायु सेना का हिस्सा बना जा सकता है। महिलाओं को भी वायु सेना में फ्लाइंग ब्रांच के साथ ही ग्राउंड ड्यूटी टेक्निकल और नॉन टेक्निकल में मौका उपलब्ध कराया जा रहा है।
रूसी हेलीकॉप्टर
डिफेंस एक्सपो में रूसी कंपनियों के स्टॉल पर दर्शकों का हुजूम उमड़ रहा है। यहां हेलीकॉप्टर एमआई-171ए2 को लेकर काफी आकर्षण है। दरअसल, इसकी क्षमता बहुत है। इस हेलीकॉप्टर से पांच हजार किलो वजन उठाया जा सकता है। जबकि क्रू सहित 24 पैसेंजर बैठ सकते हैं और 280 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरता है।
कोरिया की कंपनी की ओर से एक्सपो में एडवांस वर्टिकल लॉन्चर लाया गया है। इसकी खासियत इसका वजन है। इसे पानी के जंगी जहाजों पर भी लगाया जा सकता है। कोरियन कंपनी के प्रतिनिधियों ने बताया कि इससे एंटी सबमरीन, एंटी एयरक्राफ्ट व एंटी शिप मिसाइलों को चलाया जा सकता है। जबकि इसका वजन 1538 टन है।
यूरल वैगन कंपनी के स्टॉल पर जंगी जहाजों पर लगाए जाने वाली माउंटेड गन हैं, जिसे देखने के लिए दर्शक पहुंचे। यह गन सौ से 120 राउंड प्रति मिनट की दर से फायर करती है। इसे शिप पर लगाकर दुश्मनों केदांत खट्टे किए जा सकते हैं। इजराइल की कंपनी ने इसमें इंटरेस्ट दिखाया है।
ध्रुव हेलीकॉप्टर से रस्सी के सहारे लटक जांबाजी का प्रदर्शन करने वाले पैरा कमांडो भी दर्शकों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। इनका शौर्य देखकर लोग अपनी सेना पर गर्व करते नहीं थक रहे हैं।